भारत सरकार ने 1 मार्च 2025 से सख्त ट्रैफिक नियम लागू किए हैं, जिनके तहत विभिन्न उल्लंघनों पर जुर्माने में 10 गुना तक की वृद्धि की गई है।
इन नए नियमों का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और लापरवाह ड्राइविंग को कम करना है।प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:
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नशे में गाड़ी चलाना: पहली बार पकड़े जाने पर ₹10,000 जुर्माना और/या 6 महीने की जेल। पुनः अपराध करने पर ₹15,000 जुर्माना और 2 साल तक की जेल।
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बिना दस्तावेज़ के गाड़ी चलाना:
- वैलिड ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने पर ₹5,000 जुर्माना, 3 महीने की जेल और सामुदायिक सेवा।
- इंश्योरेंस नहीं होने पर ₹2,000 जुर्माना (पुनः अपराध के लिए ₹4,000)।
- पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं होने पर ₹10,000 जुर्माना और/या 6 महीने की जेल।
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बिना हेलमेट/सीटबेल्ट के ड्राइविंग: बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने पर ₹1,000 जुर्माना और लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित हो सकता है। सीटबेल्ट न पहनने पर भी ₹1,000 जुर्माना लगेगा।
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मोबाइल फोन का उपयोग: ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग करने पर जुर्माना ₹500 से बढ़ाकर ₹5,000 कर दिया गया है।
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खतरनाक ड्राइविंग और ट्रिपल राइडिंग: टू-व्हीलर पर 2 से अधिक यात्रियों को ले जाने पर ₹1,000 जुर्माना। खतरनाक ड्राइविंग या रेसिंग पर ₹5,000 जुर्माना।
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एम्बुलेंस को रास्ता न देना: एम्बुलेंस या आपातकालीन वाहनों को रास्ता न देने पर ₹10,000 जुर्माना।
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सिग्नल जंपिंग और ओवरलोडिंग: ट्रैफिक सिग्नल जंप करने पर ₹5,000 जुर्माना। ओवरलोडिंग वाहनों पर ₹20,000 जुर्माना।
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किशोर अपराधी: नाबालिगों को गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने पर ₹25,000 जुर्माना, 3 साल की कैद, वाहन रजिस्ट्रेशन रद्द, और 25 वर्ष की उम्र तक ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने पर प्रतिबंध।
इन सख्त नियमों का उद्देश्य सड़क सुरक्षा में सुधार और ट्रैफिक नियमों के पालन को सुनिश्चित करना है।
आप नए ट्रैफिक नियमों के बारे में अधिक जानकारी के लिए निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं: