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महाशिवरात्रि पर स्वास्थ्य से संबंधी बड़ी खबर

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आज के हिंदी फूड समाचारों में, महाशिवरात्रि व्रत के लिए विशेष व्यंजनों की चर्चा हो रही है। पत्रिका के अनुसार, महाशिवरात्रि व्रत में पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए जा सकते हैं, जो दिनभर ऊर्जा बनाए रखते हैं। इन व्यंजनों में साबुदाना खिचड़ी, कुट्टू के आटे की पूरी, समा के चावल की खीर, आलू का हलवा और सिंघाड़े के आटे के पकौड़े शामिल हैं। ये सभी व्यंजन व्रत के दौरान शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं और थकान से बचाते हैं।

स्वास्थ्य संबंधी खबरों में, NDTV ने उड़द दाल के फायदों पर प्रकाश डाला है। उड़द दाल में प्रोटीन की मात्रा चिकन और मटन से भी अधिक होती है, जो मांसपेशियों की मजबूती और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों के अनुसार, विशेष रूप से वे लोग जो शाकाहारी हैं, गर्भवती महिलाएं, बच्चे, एथलीट, बुजुर्ग, और जो लोग कमजोरी महसूस करते हैं, उन्हें अपने आहार में उड़द दाल को शामिल करना चाहिए। यह दाल पाचन में सुधार, ऊर्जा बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत करने में भी सहायक है।

अजवाइन के उपयोग पर लाइव हिंदुस्तान ने बताया है कि कुछ सब्जियाँ बनाते समय अजवाइन डालने से न केवल स्वाद बढ़ता है, बल्कि पेट में गैस की समस्या से भी राहत मिलती है। अजवाइन पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करती है और भोजन को आसानी से पचाने में सहायक होती है। इसलिए, सब्जियों में अजवाइन का उपयोग करने से स्वाद और सेहत दोनों में लाभ होता है।

इसके अलावा, ToneOp ने सात्विक खाद्य पदार्थों की सूची प्रस्तुत की है, जो शरीर और मन की शुद्धि में सहायक होते हैं। सात्विक भोजन में ताज़े फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, नट्स, और बीज शामिल होते हैं। ये खाद्य पदार्थ न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने में भी मदद करते हैं। सात्विक आहार अपनाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बीमारियों से बचाव होता है।

अंत में, नवभारत टाइम्स ने भारत के उन स्थानों की जानकारी दी है, जहाँ लोगों को मुफ्त में भोजन प्रदान किया जाता है। इनमें ऋषिकेश का परमार्थ निकेतन आश्रम शामिल है, जहाँ धार्मिक कार्यों के लिए आने वाले लोगों को नि:शुल्क भोजन और आवास की सुविधा मिलती है। यहाँ आने वाले लोग वॉलिंटियर के रूप में काम करके आश्रम की गतिविधियों में योगदान भी दे सकते हैं। इसके अलावा, मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर भी भक्तों को नि:शुल्क भोजन प्रदान करता है। ये स्थान न केवल भूखों को भोजन कराते हैं, बल्कि समाज में सेवा और समर्पण की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं।

इन समाचारों से स्पष्ट होता है कि भारतीय समाज में भोजन से संबंधित विविध पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है, चाहे वह व्रत के दौरान विशेष व्यंजन हों, स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों की जानकारी हो, या समाजसेवा के माध्यम से नि:शुल्क भोजन प्रदान करना।

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