आज, 21 मार्च 2025 को, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के ठाकुरद्वारा क्षेत्र में एक गंभीर घटना घटी, जब पुलिस की डायल 112 पीआरवी स्कॉर्पियो वाहन में अचानक आग लग गई। घटना के समय, वाहन मंडी समिति के गेट पर खड़ा था, और उसमें चालक संजय कुमार तथा कांस्टेबल अरुण कुमार मौजूद थे। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
आग की लपटें देख दोनों पुलिसकर्मियों ने तुरंत वाहन से कूदकर अपनी जान बचाई। देखते ही देखते, आग ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे स्कॉर्पियो पूरी तरह जलकर खाक हो गई। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कोतवाली प्रभारी विवेक शर्मा ने बताया कि डायल 112 स्कॉर्पियो में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। कुछ दिनों पहले, यह वाहन कुंभ मेले से वापस आ रही थी, जब डिलारी थाना क्षेत्र में पलट गई थी, जिससे इसकी वायरिंग में गड़बड़ी हो गई थी। संभवतः इसी कारण से शॉर्ट सर्किट हुआ और आग लगी।
इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन यह घटना पुलिस विभाग के लिए एक चेतावनी है कि वाहनों की नियमित जांच और मेंटेनेंस सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के बाद मार्ग पर आवागमन भी थम गया था, और मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। मंडी समिति में मौजूद व्यापारियों ने पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। आखिरकार, फायर ब्रिगेड की टीम ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।
यह घटना एक महत्वपूर्ण अनुस्मारक है कि शॉर्ट सर्किट जैसी तकनीकी खामियों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, खासकर जब वे सार्वजनिक सुरक्षा से संबंधित हों। सौभाग्य से, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे पुलिसकर्मियों ने समय रहते वाहन से कूदकर अपनी जान बचाई। इस वीडियो ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है और पुलिस विभाग की सतर्कता की सराहना की जा रही है।
आग लगने की इस घटना के बाद, पुलिस विभाग ने अपने वाहनों की सुरक्षा और मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित किया है कि सतर्कता और त्वरित निर्णय क्षमता से बड़ी से बड़ी आपदा से बचा जा सकता है।