ग़ाज़ा में तबाही: इज़राइली हमलों से सहमे लोग, हज़ारों बेघर!
ग़ाज़ा पट्टी में इज़राइली हवाई हमलों के चलते हालात और गंभीर हो गए हैं। ताज़ा हमलों में कई रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया गया, जिससे हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं। विस्थापित नागरिकों को भोजन, पानी और चिकित्सा जैसी बुनियादी ज़रूरतों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
हमलों में बढ़ोतरी, नागरिक प्रभावित
इज़राइली सेना का कहना है कि ये हमले हमास के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किए जा रहे हैं, लेकिन ज़मीनी हालात कुछ और ही बयान कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, इन हमलों में बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिक हताहत हुए हैं। ग़ाज़ा के अस्पताल पहले ही संसाधनों की कमी से जूझ रहे थे, और अब घायलों की बढ़ती संख्या के कारण संकट और गहरा गया है।
लोगों का पलायन जारी
ग़ाज़ा के दक्षिणी हिस्से, ख़ान यूनिस और रफ़ा जैसे क्षेत्रों में विस्थापन की समस्या विकराल होती जा रही है। इज़राइली सेना ने कुछ इलाकों को ख़ाली करने के निर्देश दिए हैं, जिससे हज़ारों लोग सुरक्षित ठिकाने की तलाश में सड़कों पर हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए हालात और भी ख़राब हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें बुनियादी चिकित्सा और सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश और अन्य वैश्विक नेताओं ने तुरंत संघर्षविराम की अपील की है। कई देशों ने इज़राइल से संयम बरतने और ग़ाज़ा में मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने की मांग की है। इस बीच, मिस्र और अन्य मध्यस्थ देशों के कूटनीतिक प्रयास तेज़ हो गए हैं ताकि दोनों पक्षों के बीच कोई समाधान निकाला जा सके।
मानवीय संकट गहराया
ग़ाज़ा में खाद्य संकट भयावह हो चुका है। बिजली की आपूर्ति ठप है, और पानी की भारी किल्लत बनी हुई है। राहत संगठनों का कहना है कि अगर हालात जल्द नहीं सुधरे, तो क्षेत्र में भुखमरी और बीमारियों का प्रकोप फैल सकता है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव बढ़ रहा है कि वे तुरंत हस्तक्षेप करें और इस मानवीय संकट का समाधान निकालें।
