नोएडा के सेक्टर-61 में 22 फरवरी 2025 को एक सनसनीखेज लूट की घटना सामने आई, जिसमें एक रियल एस्टेट व्यवसायी के घर से 60 लाख रुपये नकद, आभूषण और प्रॉपर्टी दस्तावेज लूटे गए। इस वारदात में बिहार स्थित एक संगठित गिरोह का हाथ होने का खुलासा हुआ है, जिसने हफ्तों की योजना बनाकर इस अपराध को अंजाम दिया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान 41 वर्षीय राजेश राय और 30 वर्षीय परवीन उर्फ सोनू के रूप में हुई है।
घटना का विवरण:
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह बिहार के मधुबनी जिले से संचालित होता है। गिरफ्तार आरोपी राजेश राय मधुबनी का निवासी है, जबकि सोनू शाहबाद का रहने वाला है। इस गिरोह ने वारदात से पहले हफ्तों तक योजना बनाई और अपने एक सदस्य, देवेंद्र को 'राहुल' नाम से पीड़ित के घर में रसोइया के रूप में नियुक्त कराया। देवेंद्र ने घर की गतिविधियों और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी अपने साथियों को दी। 22 फरवरी को, देवेंद्र ने सही समय देखकर अपने साथियों को घर में प्रवेश कराया, जिन्होंने व्यवसायी की पत्नी को बंधक बनाकर 60 लाख रुपये नकद, आभूषण और प्रॉपर्टी दस्तावेज लूट लिए। वारदात के बाद, आरोपी पीड़िता की टोयोटा फॉर्च्यूनर कार से फरार हो गए, लेकिन जीपीएस ट्रैकिंग के डर से कार को नोएडा में ही छोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई:
क्राइम ब्रांच को हेड कांस्टेबल सुनील से सूचना मिली कि मुख्य आरोपी परवीन उर्फ सोनू दिल्ली में कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन के पास देखा गया है। इस सूचना के आधार पर, पुलिस की विशेष टीम ने मौके पर छापा मारकर सोनू को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान, सोनू ने अपने साथी राजेश राय की जानकारी दी, जिसे छतरपुर पहाड़ी से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट की 4.70 लाख रुपये की रकम बरामद की है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि इस लूट को आठ लोगों की गैंग ने मिलकर अंजाम दिया था, जिसमें तीन समूहों की अलग-अलग भूमिकाएँ थीं। राजेश राय और अमित इस लूट के मास्टरमाइंड थे, जबकि सोनू घर के बाहर निगरानी कर रहा था। लूट का माल सभी आरोपियों में बांटा गया था।
सुरक्षा के लिए सुझाव:
इस घटना के मद्देनजर, पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने और अपने घरों में काम करने वाले कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की अच्छी तरह से जांच करने की सलाह दी है। साथ ही, संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है। अपने घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा उपकरणों, जैसे सीसीटीवी कैमरा और अलार्म सिस्टम, का उपयोग करना भी महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सामुदायिक सतर्कता और पुलिस के साथ सहयोग आवश्यक है, ताकि अपराधियों को समय रहते पकड़ा जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।